अमृतसर, 14 सितंबर (पंजाब पोस्ट ब्यूरो) – विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजनों की कड़ी में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा आयोजित दो दिवसीय फिल्म स्क्रीनिंग का समापन अटारी बॉर्ड तथा पार्टीशन म्यूजियम, अमृतसर में संपन्न हुआ।
फिल्म महोत्सव में ‘भारत के विभाजन’ विषय पर आधारित फिल्में दिखाई गईं। अटारी सीमा और पार्टीशन संग्रहालय का माहौल मंत्रमुग्ध कर देने वाला था। लोगों ने इस डॉक्यूमेंटरी का स्वागत किया और विभाजन के दर्द और इससे जुड़ी भयावहता को शिद्दत से महसूस किया।
लाखों लोगों ने देश के बंटवारे के समय असहनीय पीड़ा सही, अपने घरों से विस्थापित हो गए, अपनों को खो दिया।
उनकी कोई गलती नहीं थी, लेकिन उन्हें इस भीषण त्रासदी को सहना पड़ा। फिल्म निर्माताओं द्वारा स्क्रीनींग के लिए भेजी गई प्रविष्टियों में से कल्लोल मुखर्जी की शॉर्ट फिल्म “द अनओन्ड हाउस” को तीन लाख रुपये के पहले पुरस्कार से नवाजा गया। संजय और अरविंद की फिल्म “झूठा सच” ने दो लाख रुपये का दूसरा पुरस्कार, जबकि आकाश मिश्रा की “असमर्थ” ने एक लाख रुपये का तीसरा पुरस्कार जीता।
विजेताओं को ये पुरस्कार उन्हें हैदराबाद में आयोजित दो दिवसीय फिल्म स्क्रीनिंग कार्यक्रम में प्रदान किए गए। कुछ फिल्मों को प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए गए। इसके बाद विभाजन की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्मों- डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा निर्देशित “पिंजर” और अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित “गदर: एक प्रेमकथा” की स्क्रीनिंग भी की गई।
“विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” तहत आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद और अमृतसर में भारत विभाजन के विषय पर बनी फिल्मों की स्क्रीनिंग की और साथ ही, इन स्थानों पर विभाजन विभीषिका से जुड़ी एक अनूठी प्रदर्शनी भी आयोजित की।